स्वामी विवेकानंद, भारतीय संत और दार्शनिक, अपनी बौद्धिकता और आध्यात्मिकता के साथ-साथ अपनी प्रेरक शिक्षाओं के लिए भी जाने जाते हैं। यह कहानी उनके अमेरिका प्रवास के दौरान की है, जो हमें ध्यान और समर्पण के महत्व को समझाती है।
कहानी
स्वामी विवेकानंद एक बार अमेरिका में थे। एक दिन जब वे सैर पर निकले, तो घूमते-घूमते एक पुल के पास पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि कुछ बच्चे पुल के नीचे बहती नदी में तैर रहे अंडों के छिलकों पर बंदूक से निशाना लगाने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, उनकी हर कोशिश नाकाम हो रही थी।
यह देखकर स्वामी विवेकानंद को भी निशाना आजमाने की इच्छा हुई। उन्होंने बच्चों से बंदूक मांगी और अंडों के छिलकों पर निशाना लगाना शुरू किया। पहली ही कोशिश में उन्होंने सही निशाना लगाया। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक कई अंडों के छिलकों पर सही निशाना लगाया।
स्वामी के अद्भुत निशानेबाजी कौशल से बच्चे दंग रह गए। उन्होंने स्वामी से पूछा, “आप कैसे एक के बाद एक सही निशाना लगा रहे हैं? हम लोग बहुत समय से कोशिश कर रहे हैं लेकिन सफल नहीं हो पा रहे हैं। कृपया हमें भी सही निशाना लगाने का तरीका बताएं।”
स्वामी विवेकानंद ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “इस दुनिया में कोई भी काम असंभव नहीं है। जब तुम निशाना लगाते हो, तो अपना पूरा ध्यान उस अंडे के छिलके पर लगाओ। अगर तुम्हारा सारा ध्यान उस पर होगा, तो तुम निशाना सही तरीके से लगा पाओगे।”
कहानी की सीख
लक्ष्य को पाने की चाहत रखने वाले को हमेशा पूरा ध्यान उस लक्ष्य पर ही केंद्रित रखना चाहिए। जब हम अपना सारा ध्यान और ऊर्जा अपने लक्ष्य पर लगाते हैं, तो सफलता सुनिश्चित होती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- स्वामी विवेकानंद ने बच्चों को क्या सलाह दी?
- स्वामी विवेकानंद ने बच्चों को सलाह दी कि निशाना लगाते समय अपना पूरा ध्यान अंडे के छिलके पर केंद्रित करें।
- स्वामी विवेकानंद के निशाना लगाने की कला से बच्चे क्यों हैरान हुए?
- बच्चे हैरान हुए क्योंकि स्वामी विवेकानंद ने पहली ही कोशिश में और उसके बाद लगातार कई बार सही निशाना लगाया।
- स्वामी विवेकानंद ने ध्यान केंद्रित करने का क्या महत्व बताया?
- स्वामी विवेकानंद ने बताया कि किसी भी काम को सफलतापूर्वक करने के लिए पूरा ध्यान उस काम पर केंद्रित होना चाहिए।
- इस कहानी से क्या सीख मिलती है?
- इस कहानी से यह सीख मिलती है कि लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें पूरी एकाग्रता और समर्पण के साथ प्रयास करना चाहिए।
- स्वामी विवेकानंद का मुख्य संदेश क्या था?
- स्वामी विवेकानंद का मुख्य संदेश था कि कोई भी काम असंभव नहीं है, बशर्ते हम अपना सारा ध्यान और प्रयास उस काम में लगाएं।